Friday 12 April 2013

पाकिस्तानी हिंदू

आज पाकिस्तान में हिन्दुओ की जो दुर्दशा है उससे पूरा देश और पूरा संसार आज भलीभांति परिचित है | लेकिन उसके बाद भी भारत सरकार की तरफ से कोई सख्त कदम न उठाया जाना एक दुर्भाग्य का विषय है लेकिन इससे बड़ा दुर्भाग्य तो ये है की इसपर मनावाधिकारो की बाते करने वाले मौन है | कहा है मानवाधिकार ?

पाकिस्तान से आये 480 हिन्दु, जो की कुम्भ स्नान के लिए आये थे उन्होंने अपनी दुर्दशा मीडिया और अन्य लोगो के सामने जाहिर की | उनका कहना था कि देश विभाजन के बाद से ही पाकिस्तान में उनके साथ गुलामों जैसा व्यवहार हो रहा है और आये दिन न केवल उन पर जुल्म, ज्यादती व हमले होते हैं बल्कि उनकी आंखों के सामने ही उनकी बहू बेटियों की इज्जत लूट ली जाती है. उन्होंने बताया कि बेटियों की इज्जत बचाने के लिए वह 10 से 12 वर्ष की उम्र में ही उनकी शादियां कर देते हैं.

पकिस्तान में हिन्दुओ पर निर्मम अत्याचार हो रहे है, उनकी चीख पुकार, उनके आसू, आहे, क्रंदन सुनने वाला कोई नहीं है | वही इसमें सदा से हिन्दुओ की सहायता व उनकी रक्षा करते रहे विश्व हिंदू परिषद ने सरकार से मांग की है पाकिस्तानी हिंदू जो भारत में रह रहे है उनको भारत की नागरिकता दी जानी चाहिए | इससे पहले भी विहिप ने अनेको पाकिस्तानी हिन्दुओ की सहायता की है और उन्हें मदद देने में तत्पर रहे है | अब बारी सरकार की है की वह क्या कदम उठाती है |

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