Sunday 4 May 2014

लू

उत्तरी भारत में गर्मियों में उत्तर-पूर्व तथा पश्चिम से पूरब दिशा में चलने वाली प्रचण्ड उष्ण तथा शुष्क हवाओं को लू कहतें हैं । इस तरह की हवा मई तथा जून में चलती हैं । लू के समय तापमान ४५° सेंटिग्रेड से तक जा सकता है। इन्हें कुछ लोग तो सहन कर जाते हैं, लेकिन कुछ लोग सहन नहीं कर पाते और लू का शिकार हो जाते हैं। 
गर्मी की तपिश में हलक सूखने लगे हैं। इस मौसम में लू लगने की संभावना बढ़ जाती है। लिहाजा इसमें सावधानी जरूरी है। दिन में खाली पेट कतई बाहर नहीं निकले। घर से निकलने के पहले कुछ खाकर निकले। पानी से पेट भरा रहना चाहिए। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दे।
संभव हो तो घर से पानी लेकर चले। कुछ देर के अंतराल में पानी का सेवन करते रहें। इस मौसम में कुछ घरेलू नुस्खे काफी कारगर साबित होते हैं। आप इन्हें अपना सकते हैं।
लू लग जाय तो क्या करें.. पहले तो लू लगने से बचने की हर संभव कोशिश होनी चाहिए। यदि लू लग जाय तो आमझोर (आम का शर्बत) का सेवन करना चाहिए। कच्चा आम पकाकर उसका शर्बत बना लें फिर सेवन करते रहे। यह लू लगने पर रामबाण की तरह काम करता है।
इसके अलावा कच्चे आम का लेप बनाकर तलवा में मालिश करनी चाहिए। कुछ देर के अंतराल पर तलवा में लेप का मालिश होते रहना चाहिए। हल्का भोजन करें। ध्यान रहे कि भोजन गरिष्ठ न हो। धूप में निकलना हो तो..धूप में निकलने से बचे। यदि धूप में निकलना मजबूरी है तो छाता अवश्य लेकर चले।
कपड़े ठीक-ठाक पहन कर बाहर निकले। संभव हो तो सफेद कपड़े पहने। इससे गर्मी कम लगती है। पानी या जूस पीकर घर से निकले। ध्यान रहे कि पेट खाली न हो।गर्मी में प्याज का सेवन करें.. गर्मी में कच्चा प्याज का सेवन जरूर करना चाहिए। प्याज को जेब में रखने से भी फायदा होता है।
डायरिया में प्याज का रस लाभकारी होता है। इस मौसम में भोजन कैसा हो..जेठ और आषाढ़ महीने में वैसे भी गरिष्ठ भोजन से परहेज करना चाहिए। इस मौसम में सुपाच्य और हल्का भोजन करना चाहिए। मांस, मछली और मदिरा से परहेज करना चाहिए। फलो का सेवन खूब करना चाहिए।
जैसे तरबूज, ककड़ी, खीरा का सेवन करना चाहिए। पेट भरा रहना चाहिए। फलो का रस सेहतमंद और फायदेमंद साबित होता है। तरल पदार्थ का सेवन अधिक करना चाहिए। बढिम्या सतू का सेवन किया जा सकता है। सतू का सेवन करने पर प्यास अधिक लगती है।
ग्लूकोज घर में नहीं हो तो क्या करें..गुड़ खा लें। चीनी का शर्बत पी लेंघर में भी बना सकते हैं ओआरएस का घोल..घर में यदि रेडिमेड ओरआरएस नहीं है तो चिंता की कोई बात नहीं है। एक गिलास पानी में एक चम्मच चीनी और एक चुटकी नमक मिलाकर घोल बना ले। ओआरएस का घोल तैयार हो गया।