सृष्टि रचना का पहला दिन : इसी दिन के सूर्योदय से ब्रह्मा जी ने जगत की रचना प्रारंभ की।
वासंतिक नवरात्र प्रारंभ : शक्ति और भक्ति के नौ दिन अर्थात्, नवरात्र स्थापना का पहला दिन यही है
प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक दिवस : प्रभु राम ने भी इसी दिन को लंका विजय के बाद अयोध्या में राज्याभिषेक के लिये चुना।
विक्रम संवत् का नवीन दिवस : इसी दिन सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर भारत में विक्रमी संवत प्रचलित हुआ
गुरू अंगददेव प्रगटोत्सव : सिख परंपरा के द्वितीय गुरू का जन्म दिवस।
युगाब्द संवत्सर का प्रथम दिन : युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ।
संत झूलेलाल जन्म दिवस : सिंध प्रान्त के प्रसिद्ध समाज रक्षक वरूणावतार संत झूलेलाल इसी दिन प्रगट हुए।
आर्य समाज स्थापना दिवस : समाज को श्रेष्ठ (आर्य) मार्ग पर ले जाने हेतु
स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी दिन को आर्य समाज स्थापना दिवस के रूप में
चुना।
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